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प्रधानमंत्री ने पीएम-किसान की 9वीं किस्त जारी की

  प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत वित्तीय लाभ की अगली किस्त जारी की। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने किसान लाभार्थियों से बातचीत भी की।  19,500  करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि , 9.75  करोड़ से अधिक लाभार्थी किसान परिवारों को अंतरित की गई। यह प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत वित्तीय लाभ की  9 वीं किस्त थी।  सभा को संबोधित करते हुए ,  प्रधानमंत्री ने बुआई के मौसम के बारे में चर्चा की और यह उम्मीद जताई कि आज प्राप्त हुई राशि से किसानों को मदद मिलेगी। उन्होंने आज एक लाख करोड़ रुपये की निधि वाली किसान इंफ्रास्ट्रक्चर फंड की योजना के एक साल पूरे होने का भी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने शहद मिशन (मिशन हनी-बी) और नेफेड की दुकानों में जम्मू-कश्मीर के केसर बनाए जाने जैसी पहलों के बारे में चर्चा की। शहद मिशन की वजह से 700 करोड़ रुपये के शहद का निर्यात हुआ है ,  जिससे किसानों को अतिरिक्त आय हुई है। आगामी 75वें स्वतंत्रता दिवस का उल्लेख करते हुए ,  उन्होंने कहा कि यह गर्व का अवसर होने के सा

भारतीय सेना की टीम तेहराम शेहर ग्लेशियर की पांच अछूती चोटियों पर एक साथ चढ़ेगी

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  9  अगस्त  2021  को सियाचिन बेस कैंप से मेजर जनरल आकाश कौशिक ,  चीफ ऑफ स्टाफ ,  फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स द्वारा सियाचिन ग्लेशियर के पास तेहराम शेहर ग्लेशियर में स्थित पांच अछूती चोटियों पर एकसाथ चढ़ने के लिए एक अभियान को हरी झंडी दिखाई गई।   लद्दाख स्काउट्स रेजिमेंट अप्सरासस  I,  अप्सरासस  II,  अप्सरासस  III,  पीटी- 6940  और पीटी- 7140  एक साथ चढ़ने का प्रयास करेगी। बेस कैंप में आयोजित समारोह में सियाचिन बेस कैंप में तैनात सैनिकों के साथ-साथ भारतीय सेना में सेवारत अनुभवी स्थानीय लोगों ने भाग लिया।  

सीसीआई ने लाइटहाउस इंडिया फंड III लिमिटेड (फंड III) और लाइटहाउस इंडिया III एम्‍प्‍लॉयी ट्रस्ट द्वारा बीकाजी फूड्स इंटरनेशनल लिमिटेड के अधिग्रहण को मंजूरी दी

  भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने कल प्रतिस्पर्धा अधिनियम 2002 धारा 31 (1) के तहत लाइटहाउस इंडिया फंड  III   लिमिटेड (फंड  III)  और लाइटहाउस इंडिया  III   एम्‍प्‍लॉयी ट्रस्ट (लाइटहाउस एम्‍प्‍लॉयी ट्रस्ट) (सामूहिक रूप से अधिग्रहणकर्ता के रूप में संदर्भित) द्वारा बीकाजी फूड्स इंटरनेशनल लिमिटेड ( लक्षित कंपनी ) के अधिग्रहण को मंजूरी दी है। प्रस्तावित विलय में फंड  III  और लाइटहाउस एम्‍प्‍लॉयी ट्रस्ट द्वारा  लक्षित कंपनी  में अतिरिक्त 2.727 प्रतिशत शेयर हिस्‍सेदारी का अधिग्रहण शामिल है। वर्तमान में लाइटहाउस फंड्स की बीकाजी में उसके एक फंड के जरिये 7.472 प्रतिशत शेयर हिस्‍सेदारी है। लाइटहाउस फंड्स एक अमेरिकी कंपनी है और वह भारत में उपभोक्ता कंपनियों में निवेश करने वाले निजी इक्विटी फंडों को नियंत्रित और प्रायोजित करती है। अब तक इसने तीन निजी इक्विटी फंड जुटाए हैं जो मॉरीशस में स्थित हैं। फंड  III  इन तीन फंडों में से एक है और लाइटहाउस एम्‍प्‍लॉयी ट्रस्ट भारत में स्थापित एक ट्रस्ट है। लक्षित कंपनी  भुजिया ,  नमकीन ,  पापड़ ,  चिप्स ,  मिठाई और कुकीज जैसे स्नैक्स का उत्‍पादन एवं बिक्री क

डूरंड कप 2021 का 130वां संस्करण कोलकाता में 5 सितंबर से 3 अक्टूबर 21 तक होगा आयोजित

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  दुनिया का तीसरा सबसे पुराना और एशिया का सबसे पुराना फुटबॉल टूर्नामेंट डूरंड कप कोविड- 19  महामारी के कारण एक साल के अंतराल के बाद वापसी हेतु तैयार है।   अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ,  आईएफए (पश्चिम बंगाल) और पश्चिम बंगाल सरकार के ऊर्जायुक्त समर्थन के साथ डूरंड कप का  130 वां संस्करण एक ऐतिहासिक आयोजन बनने के लिए तैयार है। यह   प्रतिष्ठित टूर्नामेंट पहली बार  1888  में डगशाई (हिमाचल प्रदेश) में आयोजित किया गया था और इसका नाम मोर्टिमर डूरंड के नाम पर रखा गया था जो उस समय भारत के प्रभारी विदेश सचिव हुआ करते थे। टूर्नामेंट शुरू में ब्रिटिश सैनिकों के बीच स्वास्थ्य और फिटनेस को बनाए रखने का एक सोचा समझा तरीका था ,  लेकिन बाद में इसे नागरिकों के लिए खोल दिया गया और वर्तमान में यह दुनिया के प्रमुख खेल आयोजनों में से एक है।   मोहन बागान और ईस्ट बंगाल डूरंड कप के इतिहास में सबसे सफल टीमें हैं जिन्होंने इसे सोलह बार जीता है। विजेता टीम को तीन ट्राफियां अर्थात प्रेजिडेंट कप (पहली बार डॉ राजेंद्र प्रसाद द्वारा प्रदान) ,  डूरंड कप (मूल चुनौतीपूर्ण पुरस्कार - एक रोलिंग ट्रॉफी) और शिमला ट्र

शिक्षा तथा कौशल के बीच बेहतर तालमेल के लिए काम कर रही है सरकार – केन्द्रीय शिक्षा मंत्री

केन्द्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने  ‘ रोजगार सृजन एवं उद्यमिता - आजीविका के लिए आगे की राह '  विषय पर आयोजित भारतीय उद्योग परिसंघ के वर्चुअल विशेष पूर्ण सत्र को संबोधित किया। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था तीव्र गति से आगे बढ़ रही है और भारत का भविष्य बहुत ही आशाजनक दिखाई दे रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कौशल क्षमता निर्माण उत्पादकता बढ़ाने और अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। श्री प्रधान ने यह भी कहा कि हमारे युवाओं को 21वीं सदी के कौशल से सुसज्जित करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 में जैसी कल्पना की गई थी ,  सरकार भविष्य के लिए कार्यबल तैयार करने और शिक्षा तथा कौशल के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि एनईपी एक मजबूत शिक्षा इकोसिस्‍टम तैयार करने और आर्थिक विकास को सुविधाजनक बनाने में योगदान देगी। श्री धर्मेन्‍द्र प्रधान ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान शैक्षणिक संस्थान और कौशल विकास केंद्र प्

भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज ऐतिहासिक स्तर से ऊपर पहुंचा

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  भारत का कुल कोविड-19 टीकाकरण कवरेज 52 करोड़ के ऐतिहासिक लैंडमार्क स्तर को पार कर गया है। आज सुबह 7 बजे तक की अनंतिम रिपोर्ट के अनुसार 59,97,068 सत्रों के जरिये कुल मिलाकर 52,36,71,019 टीके लगाए जा चुके हैं। पिछले 24 घंटों में 44,19,627 टीके लगाये गए हैं। इनमें शामिल हैं:   एचसीडब्ल्यू पहली खुराक  1,03,41,119   दूसरी खुराक 80,34,194 एफएलडब्ल्यू पहली खुराक  1,82,48,485   दूसरी खुराक 1,19,35,584 18-44 आयु समूह पहली खुराक  18,47,82,179   दूसरी खुराक  1,34,26,569 45 से 59 वर्ष के बीच का आयु समूह  पहली खुराक  11,40,17,033   दूसरी खुराक 4,40,01,065 60 वर्ष से अधिक     पहली खुराक  7,95,91,513   दूसरी खुराक 3,92,93,278 कुल   52,36,71,019   सभी लोगों को कोविड-19 टीकाकरण उपलब्ध कराने का नया चरण 21 जून, 2021 से आरंभ हुआ। केन्द्र सरकार देश भर में कोविड-19 टीकाकरण की गति में तेजी लाने तथा इसके दायरे को विस्तारित करने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत की रिकवरी दर 97.45 प्रतिशत हो गई है। यह भारत में महामारी प्रारंभ होने के बाद से अब तक की सबसे अधिक रिकवरी दर है। महामारी के आरंभ होने से लेकर अब तक जितने लोग

छत्तीसगढ़ से महुआ के फूल और उत्तराखंड से हिमालयी बकरी के मांस का निर्यात

  उन क्षेत्रों, जो पहले देश के निर्यात मानचित्र का हिस्सा नहीं थे ,  से कृषिऔर प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने पर सरकार का जोर अब धीरे-धीरे परिणाम देने लगा है। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने आज छत्तीसगढ़ से निर्जलित महुआ के फूल और उत्तराखंड से हिमालयी बकरी के मांस को क्रमशः फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात निर्यात करने की सुविधा प्रदान की। ड्रैगन फ्रूट जैसे अनोखे फलों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए ,  एपीडा ने सऊदी अरब के बाजार में एक प्रचार कार्यक्रम भी आयोजित किया। पहली बार निर्जलित महुआ के फूल की एक खेप छत्तीसगढ़ से समुद्र के रास्ते फ्रांस को निर्यात की गई। यह उत्पाद छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के जंगलों से हासिल किया गया था और इसका प्रसंस्करण एपीडा के पंजीकृत उद्यम द्वारा किया गया था। फ्रांस को निर्यात किए जाने वाले महुआ के फूल ज्यादातर छत्तीसगढ़ के कोरबा ,  काठघोरा ,  सरगुजा ,  पासन ,  पाली ,  चुर्री के जंगलों से अनुसूचित जनजाति के लोगों द्वारा एकत्र किए गए थे। निर्जलित महुआ के फूलों का उपयोग शराब ,  दवा और सिरप बनाने के लिए किया ज